क्यों आती है हिचकी, क्या आपने कभी इसका कारण जानना चाहा?

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क्यों आती है हिचकी,क्या आपने कभी इसका कारण जानना चाहा?

मेडिकल साइंस के अनुसार इंसान की छाती और पेट के बिच डायफ्राम नामक मांसपेशी मौजूद होती है. लेकिन किसी वजह के कारण यदि डायफ्राम सिकुड़ती है, तो फेफड़े तेजी से हवा अंदर खींचते हैं जिससे हमें सांस लेने में परेशानी आने लगती है. इसी वजह से हिचकी आनी शुरू हो जाती है.

विज्ञान की मानें तो इंसान की छाती और पेट के बिच डायफ्राम नामक मांस-पेशी मौजूद होती है. यह इन्हें दो अलग -अलग हिस्सों में बाटती है .हमारे द्वारा सांस लेने के दौरान डायफ्राम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. अत: जो भी तथ्य हिचकी से जुड़े हैं या हिचकी आने की वजह माना गया है, वे पूर्णतया अनुमानों पर आधारित है.

क्यों आती है हिचकी, क्या आपने कभी इसका कारण जानना चाहा?
क्यों आती है हिचकी, क्या आपने कभी इसका कारण जानना चाहा?

आइएं जानते हैं की हिचकी किन वजहों के कारण आती है.

१) जल्दी-जल्दी खाने से: यदि आप बहुत जल्दी-जल्दी खाना खाती हैं तो इससे खाना गले में फसने का खतरा रहता है. इसके साथ ही यदि आप जल्दी-जल्दी में पानी से खाना पेट के अंदर धकेलने की कोशिश करती हैं तो इससे हिचकी आने लगती है. इसके अलावा यदि आप बहुत ज्यादा मसालेदार या स्पाइसी खाना खा लेते हैं तो भी हिचकी आने की आशंका बनी रहती है .

२) ज्यादा खाने से: अगर आप जल्दी नहीं खा रही हैं लेकिन बहुत ज्यादा खा रही हैं बल्कि खाती जा रही हैं तो इससे हिचकी आने की आशंका में इजाफा होता है. इसके साथ ही अध्ययनकर्ता ये भी कहते हैं की यदि आप शराब का अत्यधिक सेवन करती हैं तो भी इससे हिचकी आने का अंदेशा बना रहता है.

३) गैस्ट्रिक की समस्या: कई बार पेट में दर्द या गैस्ट्रिक की समस्या के कारण भी हिचकी आती है. विशेषज्ञों की मानें तो रक्तस्त्राव या खून की कमी भी हिचकी का कारण हो सकते हैं.ऐसी समस्या हो तो हिचकी को हल्के में लेने की बजाय तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.क्योंकि हिचकी खतरनाक बीमारी में तब्दील हो सकती है.

४) किसी बीमारी की वजह से: मेडिकल साइंस की एक रिपोर्ट के अनुसार किसी भी इंसान को हिचकी किसी पुरानी बीमारी के कारण भी आ सकती है. वैसे यह भी बता दें की इस तरह के लक्षण सभी मरीजों में देखने को नहीं मिलते. लेकिन यदि आपको हिचकी शुरू हुई है और ख़त्म नहीं हो रही है तो किसी पुरानी बीमारी को इसकी वजह समझी जा सकती है. लेकिन बिना किसी डॉक्टर के संपर्क में अंतिम नतीजों पर पहुँचना बेवकूफी होगा.

५) हिचकी के खतरे: यूँ तो हिचकी कुछ ही सेकेंडों में रुक जाती है. लेकिन यदि किसी कारणवश आपकी हिचकी घंटो न रुक रही हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.वरना यह एक खतरनाक स्थिति तक भी पहुंच सकती है. कई मरीजों में ऐसा भी देखने को मिला है की दवा लेने के बाद हिचकी दो-तीन दिनों तक लगातार बनी हुई है.

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