Dard Bhari Shayari | 1100+ दर्द भरी शायरी हिंदी में
हम सभी के जीवन मे कभी ना कभी ऐसा पल जरूर आता है जब हम काफ़ी दुख भरे समय से गुज़र रहे होते हैं. कभी किसी से बिछड़ने का दुख, कभी कुछ हारने के दुख, कभी किसी की याद का दुख, कुछ ना कुछ दुख हम हमेशा झेल रहे होते हैं. ऐसे में यह 1100+ Dard Bhari Shayari आपकी मदद करेंगे. यह है सबसे बेस्ट दर्द भरी शायरी जिसके माध्यम से आप अपने दिल के दर्द को दूसरों के सामने प्रकट कर पाएंगे अपने रूठे प्रेमी को मनाएंगे. अगर आप लेटेस्ट हिंदी दर्द भरी शायरी फेसबुक या व्हाट्सएप के लिए तलाश में हैं तो हमारे पूरे संग्रह को पढ़ें और दिल से शब्दों की गहराई महसूस करें.
Dard Bhari Shayari
रोज़ उदास होते है हम,
और रात गुजर जाती है,
कहने को तो जी रहे है लेकिन,
हर पल हर लम्हा सांस निकलती जाती है.
उसने दर्द इतना दिया कि सहा ना गया,
उसकी आदत सी थी इसलिए रहा न गया,
आज भी रोती हूं उसे दूर देख के,
लेकिन दर्द देने वाले से यह कहा ना गया!
प्यार सभी को जीना सिखा देता है,
वफा के नाम पर मरना सिखा देता है,
प्यार नहीं किया तो कर के देख लो यारों,
जालिम हर दर्द सहना सिखा देता है.
कह कर तुम बता नहीं सकते,
प्यार को अपने जता नहीं सकते,
फिर क्या फायदा तुम्हारी दोस्ती का,
जब एक भी वादा तुम निभा नहीं सकते.
दर्द बहुत हुआ दिल के टूट जाने से,
कुछ न मिला उनके लिए आँसू बहाने से,
वो जानते थे वजह मेरे दर्द की,
फिर भी बाज़ न आये मुझे आजमाने से.
छिपा कर दर्द अपनी हंसी में,
मै अंदर से खोखला हो रहा हूं,
क्या सुन सकता है तू मेरी आवाज़,
मै आज भी सिर्फ तेरे लिए रो रहा हूँ.
गुलशन की बहारों पे सर-ए-शाम लिखा है,
फिर उस ने किताबों पे मेरा नाम लिखा है,
ये दर्द इसी तरह मेरी दुनिया में रहेगा,
कुछ सोच के उस ने मेरा अंजाम लिखा है.
इतनी फिक्र ना किया करो हमारी,
हम शर्म के मारे झुक जाएंगे,
ज़िन्दगी में आगे ना बढ़ पाएंगे,
बस तेरी ही गली में रुक जाएंगे.
उदास नहीं होना मुझे याद कर के,
मांगना चाहता हूं तुझसे कुछ फरियाद कर के,
ज़िन्दगी में मेरी फिर लौट के ना आना,
मै जी नहीं पाऊंगा तुझे बर्बाद कर के.
Shayari on Dard
दुख होता है बहुत ज्यादा मुझको,
जब अपनों का साथ अचानक छूट जाता है,
कुछ कर नहीं पाता कुछ कह नहीं पाता,
हर बार ये दिल अकेला रह जाता है.
बस सह सकता हूं इस दर्द को,
कहने को कुछ बचा नहीं है,
उसके जाने के बाद ज़िन्दगी में,
अब और कुछ रहा नहीं है.
उसे पाया नहीं लेकिन उसको खोना भी नहीं है,
उसके बगैर आंसू लेकर रोना भी नहीं है,
प्यार का रुख नफ़रत में कुछ इस कदर बदला,
अब सोचते है कि उसका कभी होना भी नहीं है.
भुला कर तुझको मै संभल तो गया हूं,
लेकिन अंदर से अभी भी टूटा हुआ हूं,
मेरा मन तो खुश है तेरे जाने के बाद,
लेकिन दिल से अभी भी रूठा हुआ हूं.
तेरी याद आई तो थोड़ा उदास हो जाऊंगा,
ज़िन्दगी से फिर एक बार निराश हो जाऊंगा,
कभी सोचा भी ना था ऐसा भी होगा,
तेरी ख़ुशी के लिए मै खुद को रूलाऊंगा.
तुझे पाने की कोशिश की बहुत मैने,
लेकिन शायद मेरी कोशिश में कमी रह गई,
वो कहते थे तुमको कभी दुख ना देंगे,
उनके नाम की मेरी आंखो में नमी रह गई.
जब कहा था तुमने हमारे सपने सच होंगे,
तब यकीन था तुम पर रब से भी ज्यादा,
लेकिन अब विश्वास चूर चूर हो गया है मेरा,
शायद तुमने अधूरा छोड़ दिया अपना वादा.
ठोकर खाते हैं और मुस्कराते हैं,
इस दिल को सब्र करना सिखाते हैं,
हम दर्द लेकर भी लोगों को याद करते हैं,
और लोग दर्द देकर भी लोगों को भूल जाते हैं.
Dard Bhari Shayari in Hindi
तुझको जाता देख कर दिल घबरा जाता था,
तुझे देख कर कभी कभी ये शर्मा जाता था,
लेकिन वो प्यार रहा ना वो शर्म रही,
जब तेरी याद में मै रो कर रात गुजारता था.
नींद रातों की उड़ चुकी है मेरी,
सो जाऊ तो तेरा सपना आता है,
तुझे पाना चाहता हूं लेकिन डर लगता है,
धोखा खा ना लेना फिर से ये दिल कहता है.
उदास ना होना अगर मुलाक़ात ना हो;
ख़फ़ा ना होना अगर आपसे बात ना हो;
खुदा करे ज़िन्दगी खुशियों से सजे आपकी;
भुला लेना उस वक़्त जब आपकी दिन से रात ना हो.
तेरे प्यार के दर्द में रात भर नहीं सोते है,
ये नैना तेरी याद में हर पल रोते है,
आंखे बंद भी नहीं कर सकता हूं मै अपनी,
बंद करके भी ये नैना तेरे ही ख्वाबों में खोते है.
प्यार का एहसास तुझे दिला ना सका,
मोहब्बत का फूल मै खिला ना सका,
लेकिन तुमने भी मेरे प्यार में बेवफाई की,
पर आज भी तुझे मै भुला ना सका.
लोग कहते है कि सिर्फ नफ़रत में दर्द होता है,
कभी गौर करो तो प्यार भी रुलाता है,
झूठे प्यार का दिलासा भी मिलता है ज़िन्दगी में,
और कभी कभी प्यार का एहसास भी रुलाता है.
खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है,
कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते.
तकलीफ ये नहीं कि तुम्हें अज़ीज़ कोई और है,
दर्द तब हुआ जब हम नजरंदाज किए गए.
मुझको तो दर्द-ए-दिल का मज़ा याद आ गया,
तुम क्यों हुए उदास तुम्हें क्या याद आ गया?
कहने को जिंदगी थी बहुत मुख्तसर मगर,
कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया.
Dard Shayari in Hindi
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम.
वो तो अपना दर्द रो-रो कर सुनाते रहे,
हमारी तन्हाइयों से भी आँख चुराते रहे,
हमें ही मिल गया खिताब-ए-बेवफा क्योंकि,
हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे.
यूँ तो हर एक दिल में दर्द नया होता है,
बस बयान करने का अंदाज़ जुदा होता है,
कुछ लोग आँखों से दर्द को बहा लेते हैं,
और किसी की हँसी में भी दर्द छुपा होता है.
ज़हर देता है कोई कोई दवा देता है,
जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है.
मेरे इस दर्द की वजह भी वो हैं,
और मेरे दर्द की दवा भी तो वो हैं,
वो नमक ज़ख्मों पे लगाते हैं तो क्या,
मोहब्बत करने की वजह भी तो वो हैं.
एक नया दर्द मेरे दिल में जगा कर चला गया,
कल फिर वो मेरे शहर में आकर चला गया,
जिसे ढूंढते रहे हम लोगों की भीड़ में,
मुझसे वो अपने आप को छुपा कर चला गया.
दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं,
हंसते हुए ये ज़ख्म किसे दिखाएँ,
कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब,
मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं.
आरजू नहीं के ग़म का तूफान टल जाये,
फ़िक्र तो ये है तेरा दिल न बदल जाये,
भुलाना हो अगर मुझको तो एक एहसान करना,
दर्द इतना देना कि मेरी जान निकल जाये.
मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है,
ये कागज कलम ये गजल आख़िरी है,
मैं फिर ना मिलूँगा कहीं ढूंढ लेना,
तेरे दर्द का अब ये असर आख़िरी है.
Shayari Dard Bhari
दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते,
गम में आँसू न बहते तो और क्या करते,
उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ,
हम अपना दिल न जलाते तो और क्या करते.
ना कर तू इतनी कोशिशे,
मेरे दर्द को समझने की,
पहले इश्क़ कर,
फिर ज़ख्म खा,
फिर लिख दवा मेरे दर्द की.
सजा कैसी मिली हमको तुझसे दिल लगाने की,
रोना ही पड़ा जब कोशिश की मुस्कुराने की,
कौन बनेगा यहाँ मेरी दर्द भरी रातों का हमराज,
दर्द ही मिला है जो तूने कोशिश की आजमाने की.
बिछड़ के तुम से ज़िंदगी सज़ा लगती है,
यह साँस भी जैसे मुझ से ख़फ़ा लगती है,
तड़प उठता हूँ मैं दर्द के मारे,
ज़ख्मों को जब तेरे शहर की हवा लगती है,
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किस से करूँ,
मुझ को तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती है.
प्यार सभी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पे मरना सिखा देता है,
प्यार नहीं किया तो करके देख लो यार,
ज़ालिम हर दर्द सहना सिखा देता है.
प्यार मुहब्बत का सिला कुछ नहीं,
एक दर्द के सिवा मिला कुछ नहीं,
सारे अरमान जल कर ख़ाक हो गए,
लोग फिर भी कहते हैं जला कुछ भी नहीं.
जिस दिल पे चोट न आई कभी,
वो दर्द किसी का क्या जाने,
खुद शम्मा को मालूम नहीं,
क्यूँ जल जाते हैं परवाने.
ना किया कर अपने दर्द को
शायरी में बयान ऐ दिल,
कुछ लोग टूट जाते हैं,
इसे अपनी दास्तान समझकर.
हम ने कब माँगा है तुम से,
अपनी वफ़ाओं का सिला,
बस दर्द देते रहा करो,
मोहब्बत बढ़ती जाएगी.
Dardnak Shayari
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता.
दिल को ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं,
फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई शिकवा नहीं,
और कितने अश्क बहाऊँ अब उस के लिए,
जिसको खुदा ने मेरी किस्मत में लिखा ही नहीं.
नफ़रत करना तो हमने कभी सीखा ही नहीं,
मैंने तो दर्द को भी चाहा है अपना समझ कर.
कौन कहता है नफ़रतों में दर्द है मोहसिन,
कुछ मोहब्बतें भी बड़ी दर्द नाक होती है.
शीशा तो टूट कर, अपनी कशिश बता देता है,
दर्द तो उस पत्थर का हैं, जो टुटने के काबिल भी नही.
तेरे दिल के करीब आना चाहता हूँ मैं,
तुझको नहीं और अब खोना चाहता हूँ मैं,
अकेले इस तनहाई का दर्द बर्दाश्त नहीं होता,
तू एक बार आजा तुझसे लिपट कर रोना चाहता हूँ मैं.
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी.
दिल का दर्द हमारा भी अब
सारी हदें आर पार कर रहा है,
दिलबर भी कितना संगदिल है,
एक जुर्म को बार बार कर रहा है.
दिल का दर्द एक राज बनकर रह गया,
मेरा भरोसा मजाक बनकर रह गया,
दिल के सौदागरों से दिल्लगी कर बैठे,शायद
इसलिए मेरा प्यार इक अल्फाज बनकर रह गया.
आरज़ू नहीं के गम का तूफान टल जाये,
फ़िक्र तो ये है तेरा दिल न बदल जाये,
भुलाना हो अगर मुझको तो एक अहसान करना,
दर्द इतना देना के मेरी जान निकल जाये.
Dard Wali Shayari
इन ग़म की गलियों में,
कब तक ये दर्द हमें तड़पाएगा,
इन रस्तों पे चलते-चलते,
हमदर्द कोई मिल जाएगा.
मुझे दर्द-ए-इश्क़ का मज़ा मालूम है,
दर्द-ए-दिल की इन्तहा मालूम है,
ज़िंदगी भर मुस्कुराने की दुआ मत देना,
मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है.
इस बहते दर्द को मत रोको,
यह तो सज़ा है किसी के इंतज़ार की,
लोग इन्हे आँसू कहे या दीवानगी,
पर यह तो निशानी है किसी के प्यार की.
महफ़िल में हँसना मेरा मिज़ाज़ बन गया,
तन्हाई में रोना एक राज़ बन गया,
दिल के दर्द को चेहरे से ज़ाहिर न होने दिया,
यही मेरे जीने का अंदाज़ बन गया.
कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं,
इश्क़ के कच्चे धागे टूट जाते हैं,
झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी,
इसलिए तो रुठ कर तारे टूट जाते हैं.
तुम क्या लगा पाओगे ?
अंदाज़ मेरी तबाही का,
तुमने देखा कहाँ है,
मुझको शाम के बाद.
दर्द काफी है बेखुदी के लिए,
मौत काफी है ज़िन्दगी के लिए,
कौन मरता है किसी के लिए,
हम तो ज़िंदा है आपके लिए.
मोहब्बत का मेरे सफ़र आखिरी है,
ये कागज़ कलम ये गज़लआखिरी है,
मैं फिर न मिलूँगा कहीं ढूढ लेना,
तेरे दर्द का अब ये असर आखिरी है.
दिल में जो दर्द है वो दर्द किसे बताएं,
हँसते हुए ये जख्म किसे दिखायें,
कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब,
मगर इस नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ.
अब ये भी नहीं ठीक के हर दर्द मिटा दें,
कुछ दर्द तो कलेजे से लगाने के लिए हैं,
ये इल्म का सौदा, ये रिसाले, ये किताबें,
एक शख्स की यादों को भुलाने के लिए हैं.
दर्द भरी शायरी हिंदी में
बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता,
जो बीत गया है वो गुजर क्यों नहीं जाता,
वो एक ही चेहरा तो नहीं सारे जहाँ में,
जो दूर है मुझसे वो दिल से उतर क्यों नहीं.
ऑंखें तो प्यार में दिल की जुबान होती हैं,
सच्ची चाहत तो सदा बे जुबान होती है,
प्यार में दर्द भी मिले तो मत घबराना,
सुना है दर्द से चाहत और जवान होती है.
तुझे इस तरह यू भुला ना सकेंगे,
तेरे अलावा किसी की अपना ना सकेंगे,
तू ही मेरी ज़िन्दगी मेरी जान है,
तेरी मोहब्बत का दाग हम धुला ना सकेंगे.
न कर तू इतनी कोशिसे,
मेरे दर्द को समझाने की,
पहले इश्क कर फिर जख्म खा,
फिर लिख दावा मेरे दर्द की.
अपनो की पाने की चाह में,
हमने खुद को इस कदर खो दिया,
ज़िन्दगी बची है अब चंद पलो की,
ये दिल भी मेरा खून के आंसू रो लिया.
माना कि तुझको मै हासिल ना कर सका,
मोहब्बत थी तुझसे बयां ना कर सका,
लेकिन किसी को पा लेना ही मोहब्बत नहीं होता,
चाहे मै तेरे काबिल ना बन सका.
तेरे प्यार मै मदहोश हो कर,
मै जमाने से भी लड़ पड़ा,
प्यार हमारा सच्चा था झूठा नहीं था,
जमाने को बताने मै चल पड़ा.
हर जगह तू नजर आती है,
तुझसे दूर रह कर ये जान निकाल जाती है,
क्या बताऊं तेरे बिन क्या हाल है मेरा,
हर पल हर लम्हा तेरी याद आती है.
तू प्यार ना निभा सकी,
मुझे तन्हा कर के छोड़ दिया,
ज़िन्दगी में अकेला रह गया मै,
दिल ने भी तुझसे अब रुख मोड़ लिया.
rj Sadaf Dard Bhari Shayari
ज़िन्दगी के कुछ दिन दुख भरे थे,
कुछ उससे भरे थे कुछ मुझसे भरे थे,
कुछ अजीब सा एहसास था वो भी,
जब पहली बार किसी को खोने से डरे थे.
गुजर रही है खामोशी से ये ज़िन्दगी,
ना कोई खुशी है ना गम का शोर,
चाहे सौ साल ही क्यों ना इंतजार करना पड़े,
अब उसके सिवा इस दिल में ना आएगा कोई और.
एक कहानी थी जो दिल पर लिखी रह गई,
ये नजर बस उसे ही देखती रह गई,
वो आंखो के सामने किसी और के हो गए,
हमारी मोहब्बत फिर एक बार अधूरी रह गई.
अजीब लगा यूं उनका मुझको छोड़ के जाना,
ना सुना कुछ और कहा भी कुछ नहीं,
आसान नहीं था यूं उनसे जुदा होकर रहना,
फिर जुदा होकर अब कुछ रहा भी नहीं.
मोहब्बत ना मिली लेकिन नफरत बहुत मिली,
ज़िन्दगी मिली लेकिन राहत ना मिली,
महफ़िल में तेरी हर एक को हंसता देखा मैंने,
बस हमे ही हंसने की इजाज़त ना मिली.
तुम्हारे दिल में मेरे लिए जगह नहीं है,
फिर भी मेरा दिल तुम्हारे लिए बेकरार है.
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Sanjay Jangam is a Chief Content Producer with HeloPlus. He covers Technology, Business, entertainment & Personal finance stories.